मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा गुरूवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। उन्होंने रेखा गुप्ता को पुष्प गुच्छ भेंट कर दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी। इस अवसर पर शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन की सरकार दिल्ली के विकास को नई दिशा और गति प्रदान करेगी
मुख्यमंत्री दिल्ली में शपथ ग्रहण समारोह में हुए शामिल
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रेखा गुप्ता को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर दी बधाई

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रफीक खान ने कहा-क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह, आखिर क्यों छलका विधायक का दर्द...
आखिर विधानसभा में ऐसा क्या हुआ की मीडिया के सामने भावुक हो गए कांग्रेस के मुख्य सचेतक रफीक खान। विधायक रफीक खान का दर्द छलक उठा और वह भावुक हो गए। मीडिया से बात करते हुए रफीक खान का गला भर आया और उन्होंने कहा कि सदन में मेरा चरित्र हनन किया गया। क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह है। सदन में मुझे गालियां दी गई। मैं अपने आप को पीड़ित महसूस कर रहा हूं। रफीक खान ने कहा कि अगर मुसलमान होना गुनाह है तो भाजपा के लोगों से कह रहा हूं कि आप कोई कानून लेकर आ जाओ। और यह कह दो कि आगे से कोई मुसलमान विधायक चुनकर नहीं आएगा। रफीक खान भावुक होते हुए कहने लगे कि आज अगर मेरे पिता जिंदा होते तो यह शब्द सुन भी नहीं पाते। मेरे पिता हिंदी के कवि रहे और उन्होंने हमेशा हिंदी को बढ़ावा दिया है। दरअसल रफीक खान का यह दर्द इसलिए छलक क्योंकि विधानसभा में हंगामे के दौरान पाकिस्तानी-पाकिस्तानी के नारे लगाए गए थे। यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर कांग्रेस में रोष व्याप्त है और कांग्रेस लगातार इसकी निंदा कर रही हैं।
पाकिस्तानी कहने पर छलका विधायक रफीक खान का दर्द
रफीक खान ने कहा कि मैं विधानसभा अध्यक्ष से मिला तो उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री से बात करो। मैं संसदीय कार्य मंत्री से मिला तो उन्होंने कहा कि हम चर्चा नहीं करेंगे। शब्द डिलीट कर देंगे, लेकिन यह शब्द पूरे मीडिया में है। यूट्यूब पर हैं तो क्या वहां से यह शब्द डिलीट हो जाएंगे। रफीक खान ने कहा कि विधायक गोपाल शर्मा ने जिस तरह से मेरे चरित्र का चीर हरण किया वह बर्दाश्त के लायक नहीं है। रफीक खान ने कहा की विधानसभा में चर्चा कर रहे हो तो बातचीत से समाधान होना चाहिए था। आपने चर्चा के दौरान न केवल शब्दों की मर्यादा तोड़ी, जिस तरह मेरे व्यक्तित्व का चीर हरण किया गया। इस तरह के शब्द मेरे लिए इस्तेमाल किए गए , मैं उम्मीद करता हूं यह बात पूरी सरकार सुनेगी और इस बात पर चर्चा करेगी ।
राजस्थान विधानसभा में लगे थे पाकिस्तानी-पाकीस्तानी के नारे
यह मामला तब शुरू हुआ जब राजस्थान विधानसभा में नगरीय विकास और स्वायत्त शासन की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान सदन का माहौल अचानक गरमा गया। कांग्रेस के सचेतक रफीक खान जब अपनी बात रख रहे थे,रफीक खान ने भजनलाल सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को नाकाम बताया। साथ ही उन्होंने एक शेर पढ़ा ‘जो रईस हैं खानदानी मिजाज रखते हैं, नरम अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई नई है‘। तभी भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने उन पर पाकिस्तानी -पाकिस्तानी का नारा लगाया। गोपाल शर्मा के इस बयान पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ा ऐतराज जताया, जिससे सदन में तकरीबन दो मिनट तक नोकझोंक होती रही। इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी रोष जताया था।
खान ने कहा- मुस्लिम विधायक होना गुनाह तो पास करवा दो कानून
टीकाराम जूली ने इस मामले को लेकर कहा था की सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा द्वारा कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रफीक खान पर की गई टिप्पणी बेहूदा एवं स्तरहीन है। भाजपा नेताओं में बयानबाजी का स्तर दिनोंदिन गिराने की होड़ लग गई है। इन्हें विधानसभा में बोलने और सड़क पर दिए जाने वाले भाषणों में कोई अन्तर नहीं लगता है। ये भूल जाते हैं कि रफीक खान उस शेखावटी की भूमि से आते हैं जहां सभी धर्मों के लोग सेना में जाकर इस देश के लिए फक्र से अपनी जान देते हैं। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी एवं सदन के नेता भजनलाल शर्मा को इस पर संज्ञान लेकर विधायक पर कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसी टिप्पणियां असहनीय एवं निंदनीय हैं। मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या ऐसे बयानों में क्या उनकी स्वीकारोक्ति है
राजस्थान के उपचुनावों में पार्टीयों के बीच गठबंधन को लेकर पशोपेश ।
जयपुर : उपचुनावों की घोषणा के साथ ही राजस्थान में भी चुनावी रण छिड गया है। सभी 7 सीटो पर नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 13 नवंबर को वोटिंग व 23 नवंबर को उपचुनाव का परिणाम आयेगा। चुनावी घोषणा के साथ ही, राज्य की सभी पार्टियां अपनी अपनी रणनितियो मे जूट गई है। गठबंधन पर भी बैठको का दौर शुरू हो गया है। हालंकि गठबंधन पर सभी पार्टियों के अपने -अपने मत है। राजस्थान में होने वाले 7 सीटो पर उपचुनाव में 4 प्रमुख पार्टिया सामने निकलकर आ रही है - भाजपा, कांग्रेस, BAP और RLP और चारो ही पार्टिया असमजम में दिख रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड का कहना है - कि वो उपचुनाव मे किसी से गठबंधन के लिए आग्रह नही करेगे , लेकिन अगर आगे से कोई निवेदन आता है - तो उसे मना भी नहीं करेंगें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उप-चुनावो को काग्रेस के लिए लिए सभी चुनौती माना , जबकि भाजपा के सभी 7 सीटो पर आश्वस्त दिखे।वहीं काग्रेस ने गठबंधन पर फैसला दिल्ली आलाकमान पर छोड़ा है। आपको बता दे ,लोकसभा चुनाव में राष्टीय पार्टी काग्रेस ने क्षेत्रीय पार्टी BAP से गठबंधन किया था।आदिवासी बेल्ट चौरासी विधानसभा सीट पर BAP जीत सुनिश्चत मान रही है| ऐसे में माना जा रहा था- यदि चौरासी सीट पर दोनो पार्टीयो का गठबंधन हो जाता है, तो यह बीजेपी की साख पर सवाल बन जायेगी। लेकिन कल भारत आदिवासी पार्टी ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का ऐलान करके सभी प्रकार की सुगबुगाहट पर पुरण विराम लगा दिया है। BAP के मोहनलाल रोत का कहना है कि हम किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगें। चौरासी व सलूबर सीट से पार्टी अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। देवली -उनियार सीट पर अभी विचार जारी है। हालंकि मोहनलाल रोत का यह भी कहना है कि- वो गठबंधन नही करेंगे, हाँ यदि काग्रेस समर्थन देती है, तो स्वागत है।
बेनीवाल ने कहा- भाजपा हमारी दुश्मन न०-1
वही दूसरी तरफ RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल का गुरुवार को एक बयान आया है.बेनीवाल ने बताया की BJP उनकी दुश्मन न०-1 है| भाजपा को सभी 7 सीटो पर मात के लिए वह काग्रेस से गठबंधन के लिए तैयार है। लेकिन देवली व खींवसर सीट पर वे अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे | बेनीवाल के अनुसार दो तीन दिन में यह साफ हो जायेगा कि दोनो पार्टियों में अलाइंस होता है कि नहीं। लेकिन अगर काग्रेस, RLP की शर्ते मान कर उनकी दो सीट की डिमांड पूरी कर देती है और सभवतः गठबंधन हो जाता है, तो बीजेपी की जीत की डगर कठिन हो सकती है, हाँ यदि मुकाबला त्रिकोणीय होता है भाजपा की जीत की संभावना अधिक हो जाती है |RLP प्रमुख ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि गठबंधन नहीं होता है ये देवली- उनियारा व खींवसर समेत रामगढ व झुंझुनूं यानि 4 सीटों पर चुनाव लडेंगें । इन सभी , चर्चाओ पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि वे राज्य की सभी 7 सीटो पर चुनाव लड़ने केलिए पूर्णतय तैयार हैं। लेकिन गठबंधन पर निर्णय के लिए दिल्ली में कमेटी बनायी गयी है। आलाकमान जो तय करेगा हमें वह मान्य होगा।
आपको बता दे - दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस सचिन पायलट के समर्थक को टिकट देने की संभावना बतायी जा रही| वही झुंझुनूं विधानसभा सीट पर भाजपा की तरफ से बबलू चौधरी की दावेदारी मानी जा रही है। रामगढ़ सीट पर दिवंगत विधायक जुबेर खान की पत्नी व बेटे को चुनावी मैदान में उतारकर कांग्रेस अपना इमोशल कार्ड खेल सकती है जबकि भाजपा अपने पुराने प्रत्यशी सुखवंत सिंह को टिकट दे सकती है। चौरासी विधानसभा सीट पर BAP का दबदबा है व देवली- उनियारा , खीवंसर सीट पर RLP का वर्चस्व बना हुआ है। ( रिपोर्ट: अनुश्री यादव )
मासूम की मौत पर भड़के गोविंद सिंह डोटासरा, भाजपा से पूछा सवाल कब तक सहेगा राजस्थान ?
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा करते हुए एक के बाद एक कई सारे सवाल उठाए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राज्य की कानून व्यवस्था और प्रशासनिक विफलताओं को लेकर एक बार फिर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। डोटासरा ने रणथंभौर में 7 साल के कार्तिक की बाघ के हमले में हुई मौत को उन्होंने हत्या करार दिया। डोटासरा ने प्रदेश में हाल ही में हुई घटनाओं को लेकर सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 'कब तक सहेगा राजस्थान?' गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की भाजपा को जानता की कोई परवाह नहीं है। डोटासरा ने अलवर में आवारा कुत्तों के आतंक, कोटा में मरीज की जगह अटेंडेंट की सर्जरी और चूरू में इलाज के लिए भटकते मरीजों का जिक्र कर स्वास्थ्य सेवाओं को भगवान भरोसे बताया।
भाजपा सरकार को गोविंद सिंह डोटासरा ने किया सवालों के कटघरे में खड़ा सवाई माधोपुर रणथंभौर टाइगर रिजर्व में गणेश मंदिर के रास्ते में एक बाघ ने 7 साल के बच्चे को अपना शिकार बना लिया था। त्रिनेत्र गणेश मंदिर से लौटते वक्त 7 साल का कार्तिक सुमन अपनी दादी के साथ जंगल से गुजर रहा था, तभी एक बाघ ने अचानक हमला कर दिया। बाघ बच्चे को मुंह में दबाकर जंगल में ले गया और काफी देर तक शव पर बैठा रहा। अब इस मामले पर सियासत भी हो रही है। राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस घटना को 'हत्या' बताया है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी भाजपा सरकार पर हमला बोला। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा प्रदेश में ना कानून बचा, ना व्यवस्था हर मोर्चे पर दिख रही सिर्फ़ नाकामी की कथा डबल इंजन का सिस्टम हो गया फेल सवाल पूछता है राजस्थान, आखिर कब तक सहेगा राजस्थान ?
डोटासरा ने 7 साल के मासूम की मौत का भाजपा सरकार को ठहराया जिम्मेदार गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा भाजपा सरकार का शासन पूरी तरह 'कोलेप्स' कर चुका है, 4 जिलों की ये सुर्खियां प्रदेश की बदहाल और चरमराई व्यवस्था की सच्चाई बता रही हैं। रणथंभौर में 7 साल के कार्तिक की मौत नहीं, हत्या हुई है जिसकी ज़िम्मेदार सरकार है। त्रिनेत्र गणेश मंदिर के पास कई दफा बाघ को देखा गया था, स्थानीय लोगों ने वीडियो बनाकर वन विभाग को आगह किया, लेकिन बावजूद इसके सरकार सोती रहीं। नतीजतन द्वारका माली जी के कलेजे का टुकड़ा चला गया लेकिन इनको कोई परवाह नहीं। डोटासरा ने कहा भाजपा की डबल इंजन सरकार में केंद्र से राज्य तक अलवर का बड़ा प्रतिनिधित्व है, लेकिन हालात बद से बद्तर हैं। हर जगह आवारा कुत्तों का आतंक हैं, लेकिन कोई सुनने और देखने वाला नहीं है। माननीयों.. ढाई साल का मासूम किस पीड़ा से गुजर रहा है उसके माता-पिता से पूछो। भाजपा के राज में स्वास्थ्य सेवाओं का सिस्टम तो भगवान भरोसे है। कोटा में मरीज़ की जगह अटेंडेंट की सर्जरी कर दी, तो चूरू में करंट लगने के बाद महिला को कंधे पर लेकर पति अस्पताल में घूमता रहा, लेकिन कोई देखने वाला नहीं था। राजस्थान की जनता ने बड़ी उम्मीद से भाजपा को सत्ता सौंपी थी, लेकिन ये लोग सिर्फ लूट-खसोट और कुर्सी के लालच में एक-दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हैं। जनता से इन्हें कोई सरोकार नहीं है।
कांग्रेस मुद्दा विहीन पार्टी, राधा मोहन अग्रवाल बोले-गहलोत और पायलट बेरोजगार...
राजस्थान भाजपा प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल अक्सर अपनी बयान बाजी से सुर्खियों में बने रहते हैं। और अब एक बार फिर उन्होंने अपने बयान से सियासी पारा हाई कर दिया है। राजस्थान की राजनीति में इन दिनों बयान बाजी का सिलसिला जारी है। जहां एक तरफ कांग्रेस लगातार भाजपा सरकार को घेरने में लगी हुई है तो वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता कांग्रेस को मुद्दा विहीन पार्टी बता रहे हैं। राधा मोहन अग्रवाल ने तो कांग्रेस पर तंज कसते हुए अशोक गहलोत और सचिन पायलट को बेरोजगार बता दिया। बीजेपी के प्रदेश प्रभारी ने कांग्रेस नेताओं पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि अब उनके पास न तो कोई मुद्दा बचा है और न ही राजनीतिक जमीन। राधा मोहन ने कहा कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट जैसे नेता भी अपने वजूद को बचाने के लिए हमारे बड़े नेताओं को टारगेट करते हैं। सचिन पायलट और अशोक गहलोत जैसे नेता अब खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए भाजपा नेताओं पर निजी हमले करने का रास्ता अपना रहे हैं।
राजस्थान भाजपा प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल ने साधा कांग्रेस पर निशाना वक्फ बोर्ड को लेकर भाजपा और कांग्रेस नेताओं के सियासी बयान बाजी लगातार जारी है। कांग्रेस वक्फ बोर्ड को लेकर विरोध जाता रही है तो भाजपा लगातार इसके प्रचार में लगी हुई है। राधा मोहन अग्रवाल ने कांग्रेस पर अल्पसंख्यक समुदाय को केवल वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा की कांग्रेस अब राजनीतिक रूप से पूरी तरह बेरोजगार हो चुकी है और उसका एकमात्र मकसद भाजपा के कामों पर उंगली उठाना रह गया है। राधा मोहन ने कहा की कांग्रेस नेताओं ने 65 वर्ष तक मुसलमानों को केवल वोट बैंक माना और उनकी बेहतरी के लिए कोई कार्य नहीं किया। कांग्रेस के राज में मुस्लिम सिर्फ मोची, पेंटर, दर्जी, बैंड बाजा बजाने वाला और पंचर निकालने वाला बनकर रह गया। वहीं भाजपा के महज 11 साल के कार्यकाल में केंद्रीय नौकरियों में पांच प्रतिशत के मुकाबले 9.5 प्रतिशत भागीदारी मुस्लिम वर्ग से है। कांग्रेस मुसलमानों को दोयम दर्जे का नागरिक मानती है, वहीं भाजपा गर्व और स्वाभिमान के साथ अपने आप को भारतीय कहने वाले नागरिक के रूप में उनको खड़ा करना चाहती है। 15 प्रतिशत आबादी वाला मुस्लिम समाज आज पीएम आवास योजना में 31 प्रतिशत, उज्जवला योजना में 37 प्रतिशत, मुद्रा योजना में 36 प्रतिशत, जनधन योजना में 42 प्रतिशत, पीएम किसान सम्मान निधि योजना में 33 प्रतिशत और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन गारंटी योजना में 70 प्रतिशत लाभान्वित हुआ है।
राधा मोहन बोले-कांग्रेस के पास नहीं है कोई मुद्दा वक्फ संपत्तियों को लेकर उन्होंने कहा कि पूर्व सरकारों ने सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को नज़रअंदाज किया और वक्फ में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया। जबकि नया कानून पारदर्शिता सुनिश्चित करता है और विकास की राह में मुसलमानों की अहम भूमिका को मान्यता देता है। राधा मोहन ने कहा कि वक्फ संपत्तियों के मुद्दे पर बड़े पैमाने पर कथित प्रबंधन और भ्रष्टाचार हुआ है। अगर किसी को भी इस कानून से कोई आपत्ति है तो वह सुप्रीम कोर्ट जा सकता है। राधा मोहन ने कहा सुप्रीम कोर्ट उसे कानून की फिर से व्याख्या नहीं कर सकता लेकिन वह यह तो देख सकता है कि यह कानून संविधान की भावना के अनुरूप है भी या नहीं। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट का सही अर्थ वक्फ के नए कानून में निहित है। वक्फ का नया कानून पारदर्शिता पूर्ण है। कांग्रेस सरकार ने कमेटी की रिपोर्ट पर कुछ नहीं किया। जबकि वक्फ में लूट का रास्ता और प्रशस्त कर दिया।
हनुमान बेनीवाल पर दिव्या मदेरणा का हमला, कहा- जंग के भी होते हैं कुछ उसूल
राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव के बाद खामोश हुई दो दिग्गज नेताओं के बीच की जंग फिर छिड़ गई है। सांसद हनुमान बेनीवाल और दिव्या मदेरणा ने पलटवार किया है। दोनों के बीच छिड़ी इस सियासी जंग ने सियासी पारा हाई कर दिया है। हनुमान बेनीवाल ने दिव्या मदेरणा पर हमला बोला था। जिसका जवाब देते हुए दिव्या मदेरणा ने हनुमान बेनीवाल पर खूब तंज कसे। दिव्या मदेरणा और हनुमान बेनीवाल के बीच की तकरार नई नहीं है। दोनों नेता अक्सर एक दूसरे पर हमला बोलते हुए नजर आते हैं। हनुमान बेनीवाल दिव्या मदेरणा पर तंज कसने का कोई मौका नहीं छोड़ते। दोनों ही नेता अक्सर एक दूसरे का जिक्र करते हुए निशाना साधते हैं। विधानसभा उपचुनाव के बाद दोनों ही नेताओं की बयान बाजी मानों शांत हो गई थी। लेकिन अब एक बार फिर दोनों के बीच सियासी जंग छिड़ गई है। दिव्या मदेरणा ने हनुमान बेनीवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति ने खींवसर को अभेद किला घोषित कर रखा था, वह पूरी तरह से ढह गया। उसके लिए की एक-एक ईट बिखर गई है। दिव्या मदेरणा ने हनुमान बेनीवाल पर तंज करते हुए कहा कि जो पूरी तरह से परास्त हो चुका है राजनीति में उस व्यक्ति पर हमला बोलना में उचित नहीं समझती।
दिव्य मदेरणा ने हनुमान बेनीवाल पर किया पलटवार दिव्या मदेरणा ने कहा मैंने एक वीडियो देखा था जिसमें हनुमान बेनीवाल कह रहे थे कि ओसियां में ट्रांसफार्मर के क्या हाल है ओसियां में वह जाकर धरने क्यों नहीं देते हैं। यह वही नेता है जो ओसियां में बार बार जाकर कहते थे कि दिव्या को हराऊंगा मैं दिव्या को हराऊंगा। तो आज अगर बिजली के ट्रांसफार्मर उतर रहे हैं आज ओसियां की जनता प्रताड़ित है तो उसके जिम्मेदार आप हैं। दिव्या मदेरणा ने पलटवार करते हुए कहा आज मैं ओसियां की विधायक होती तो ओसियां का यह मंजर नहीं होता। इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कहना चाहती क्योंकि जंग के भी कुछ उसूल हुआ करते हैं। दिव्या ने कहा जिस तरह से सूर्यास्त के बाद बच्चों और औरतों पर प्रहार नहीं किया जाता उसी तरह से राजनीति में भी कुछ कायदे होते हैं। दिव्या ने कहा कि महिला होने को अपना हथियार नहीं बनाऊंगी। इसे अपनी मजबूरी नहीं बताऊंगी। मेरे ऊपर चाहे जितनी व्यंग्य व हमले कर लीजिए, क्योंकि मैं जनमानस के आशाओं की प्रतीक हूं। गांव में बैठा किसान जो ऊपर आसमान में देख कर टक टकी लगाए कर देखता है। इस धरती को जिस तरह से मैंने खेती की है। वहां पर फसल लहराएगी। दिव्या मदेरणा और हनुमान बेनीवाल के बीच छिड़ी जंग ने बढ़ाया सियासी पारा हनुमान बेनीवाल वीर तेजाजी की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए जोधपुर के संगरिया गए थे।हनुमान बेनीवाल ने बिना दिव्या मदेरणा का नाम लिए कहा मुझे अचंभा होता है कि वह कहते हैं कि मेरे पिताजी को अशोक गहलोत ने जेल में डाल दिया था। वहीं दूसरी और अशोक गहलोत के बेटे के सामने ठुमके जरूर लगते हैं। ऐसा क्यों कर रहे हैं। तो कहा जाता है कांग्रेस पार्टी का धर्म है। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि हमारे नेता ऐसे हैं जो रील बनाते हैं और बयानबाजी करते हैं। अगर वाकई नेता है तो आओ ओसियां में धरना दो, समाज पुकार रहा है। किसान परेशान है, किसानों के ट्रांसफार्मर उतार रहे हैं।बैंक वाले कुर्की कर रहे हैं। किसान की पुकार सुनकर सड़कों पर उतरना चाहिए। हनुमान बेनीवाल ने नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचवाने से कुछ नहीं होता है। फोटो खिंचवाने से कोई शादी नहीं करता है।