लबालब भरा बीसलपुर बांध,छलकने से बस कुछ कदम दूर.. मौसम विभाग ने दी बड़ी जानकारी , जलस्तर में हो सकती है बढ़ोतरी

लबालब भरा बीसलपुर बांध,छलकने से बस कुछ कदम दूर.. मौसम विभाग ने दी बड़ी जानकारी , जलस्तर में हो सकती है बढ़ोतरी

राजस्थान के कई जिलों के लिए पानी का मुख्य जरिया बीसलपुर बांध लबालब भर चुका है। यह बांध अपनी स्टॉरिज क्षमता पार होने के बेहद करीब है। मौसम विभाग ने भी इस बारे में चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर प्रदेश में मानसून की वापसी हुई तो बांध छलक जाएगा।

राजस्थान : जयपुर, अजमेर और टोंक की जीवनरेखा कहा जाने वाला बीसलपुर बांध लबालब भर चुका है।मानसून के प्रभाव में कमी के बावजूद बीसलपुर बांध लबालब भर चुका है,ऐसा पहली बार होगा जब इस बांध को सितंबर के महीने में खोला जाएगा।दिलचस्प बात ये है कि बीसलपुर बांध अपने कुल स्टोरेज क्षमता जो कि 315.50 आरएल मीटर है उससे यह बस 1.08 आर एल कम भरा हुआ है।जिसके कारण इतिहास में पहली बार इस बांध को सितंबर के महीने में खोला जाएगा,आज तक इसे बस अगस्त के महीने में हीं खोला गया है।

अन्य नदियों से भी आवक जारी

बीसलपुर बांध में सहायक नदियों से भी आवक बरकरार है। मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने के बावजूद बीसलपुर बांध का जलस्तर बढ़ रहा है , जिसका मुख्य कारण बसान, डाई जैसी नदियों से से आवक का जारी होना है।
 
बांध का गेट खुलना किसानों के लिए बहुत लाभदायक

1999 में 556 करोड़ की लागत से बना बीसलपुर बांध का मुख्य उद्देश्य सिंचाई और कृषि विकास व अन्य संबंधित क्षेत्रों में योगदान देना था। बांध के खुलने से किसानों को सिंचाई में मदद मिलेगी और पैदावार पर भी इसका असर पड़ेगा।
 
मौसम विभाग ने दी बड़ी खबर

मौसम विभाग के अनुसार 31 अगस्त से मानसून की वापसी हो सकती है और जयपुर समेत अन्य जिलों में बारिश की संभावनाएं बनती दिख रही है। मानसून की वापसी का असर बांध में पानी भरने की मात्रा पर भी पड़ेगा और उम्मीद यही की जा रही है कि इस बार बीसलपुर बांध पूरी तरह भर जायेगा।

क्यों खोला जाता है बांध का दरवाजा

किसी भी बांध के जलस्तर में बढ़ोतरी दिखाई पड़ने और विभिन्न मापदंड आधार पर उस बांध की स्टोरेज क्षमता और सम्पूर्ण तकनीकी जांच के बाद उचित मात्रा में जल को बांध के दरवाजे को खोलकर निकाला जाता है। बीसलपुर बांध के दरवाजे को खोले जाने का संदर्भ भी इन्हीं तथ्यों पर केंद्रित है।