हरियाणा विधानसभा चुनाव में नया मोड़: विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया हुए कॉंग्रेस में शामिल

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हरियाणा विधानसभा में एक नया मोड सामने आया है। आज रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने अधिकारिक रूप से काँग्रेस पार्टी जॉइन कर ली है। 

हरियाणा  : हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच एक बड़ा राजनीतिक बदलाव सामने आया है। शुक्रवार, 6 सितंबर को मशहूर रेसलर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कांग्रेस पार्टी जॉइन की। इस कदम के साथ ही हरियाणा की राजनीति में नई संभावनाएं और अटकलें शुरू हो गई हैं।

विनेश और बजरंग की कांग्रेस में एंट्री

विनेश फोगाट, जो जुलाना सीट से चुनाव लड़ने की संभावनाओं के साथ कांग्रेस में शामिल हुई हैं, और बजरंग पूनिया, जिनके भी चुनाव लड़ने की चर्चाएं हैं, कांग्रेस में शामिल होने के बाद पार्टी के भीतर और प्रदेश में एक नई लहर पैदा कर दी है। विनेश और बजरंग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। दोनों रेसलर रेलवे की ओएसडी स्पोर्ट्स की नौकरी से इस्तीफा दे चुके हैं। विनेश ने सोशल मीडिया पर रेलवे सेवा से अलविदा लेते हुए आभार प्रकट किया है। कांग्रेस में शामिल होने से पहले, विनेश और बजरंग पूनिया ने 4 सितंबर को राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की थी।

कांग्रेस की चुनावी रणनीति

विनेश को जुलाना सीट से टिकट मिलने की संभावना है, जबकि बजरंग पूनिया को झज्जर की बादली सीट की संभावना है, लेकिन कांग्रेस ने मौजूदा विधायक कुलदीप वत्स का टिकट काटने से इंकार किया है। बजरंग को स्टार प्रचारक और संगठन में बड़ी जिम्मेदारी भी मिल सकती है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, विनेश को दादरी, बाढड़ा और जुलाना सीट के ऑफर दिए गए थे, जबकि बजरंग को भिवानी, बहादुरगढ़ और सोनीपत की राई सीटों पर भी विकल्प दिए गए थे।

साक्षी मलिक की टिप्पणी

साक्षी मलिक, जो पहले भी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना प्रदर्शन की अगुआई कर चुकी हैं, ने विनेश और बजरंग के कांग्रेस में शामिल होने को व्यक्तिगत निर्णय बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी लड़ाई जारी रहेगी और उनका आंदोलन किसी भी राजनीतिक दबाव से दूर है।

भूपेंद्र हुड्डा की भूमिका

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र हुड्डा ने विनेश और बजरंग को टिकट देने की जोरदार पैरवी की है, यह मानते हुए कि इससे पार्टी को हरियाणा में समर्थन मिलेगा। केंद्रीय चुनाव समिति ने इस पर विचार करने के बाद सहमति दी है, हालांकि टिकट की अंतिम पुष्टि के लिए और चर्चा होनी बाकी है।

बृजभूषण सिंह की प्रतिक्रिया

भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने विनेश और बजरंग की कांग्रेस में शामिल होने को साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की राजनीति का हिस्सा है, और इससे पूर्व में भी कांग्रेस की योजनाओं के बारे में चेतावनी दी थी। जबकि भाजपा के पूर्व मंत्री अनिल विज ने विनेश के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर टिप्पणी की।

अब, केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में टिकटों की अंतिम घोषणा के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि कांग्रेस की इस नई जोड़-तोड़ की राजनीति में कौन सी सीटें और उम्मीदवार तय होंगे। क्या कांग्रेस की यह नई रणनीति हरियाणा में चुनावी जीत का समीकरण बदल पाएगी? यह जानने के लिए इंतजार करना होगा। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 अक्टूबर को होगा और परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित होंगे। इस बीच, कांग्रेस की इस नई रणनीति ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। क्या विनेश और बजरंग की इस एंट्री से कांग्रेस को हरियाणा में जीत मिलेगी, यह देखने की बात होगी।