राजस्व मंडल में विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक में 17 सहायक प्रशासनिक अधिकारियों को अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी के पद पर पदोन्नति की गई है । पदोन्नत कार्मिकों में दिनेश वैष्णव, गोपाल सिंह, नरेश रावत, सुश्री विजय प्रजापत, राजेश कुमार गुर्जर, हवा सिंह जाट नर्बदा वैष्णव, अजय गुर्जर, पंकज कुमार, नीलू मोदियानी, विकास खरींटा, भंवर सिंह भाटी, दीपक सिंह, मनोहर लाल, गुरमीत सिंह लबाना, मेहराम व गिरिजेश कुमार वर्मा शामिल हैं। सभी नव पदोन्नत कार्मिकों को उनके वर्तमान पदस्थापन स्थान पर ही उपस्थिति देने के निर्देश दिये गए हैं। उनके पदस्थापन आदेश अलग से जारी किये जायेंगे।
पदोन्नति समिति की बैठक में 17 सहायक प्रशासनिक
राजस्व मंडल में पदोन्नति से 17 कार्मिक बने अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी

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रफीक खान ने कहा-क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह, आखिर क्यों छलका विधायक का दर्द...
आखिर विधानसभा में ऐसा क्या हुआ की मीडिया के सामने भावुक हो गए कांग्रेस के मुख्य सचेतक रफीक खान। विधायक रफीक खान का दर्द छलक उठा और वह भावुक हो गए। मीडिया से बात करते हुए रफीक खान का गला भर आया और उन्होंने कहा कि सदन में मेरा चरित्र हनन किया गया। क्या मेरा मुसलमान होना कोई गुनाह है। सदन में मुझे गालियां दी गई। मैं अपने आप को पीड़ित महसूस कर रहा हूं। रफीक खान ने कहा कि अगर मुसलमान होना गुनाह है तो भाजपा के लोगों से कह रहा हूं कि आप कोई कानून लेकर आ जाओ। और यह कह दो कि आगे से कोई मुसलमान विधायक चुनकर नहीं आएगा। रफीक खान भावुक होते हुए कहने लगे कि आज अगर मेरे पिता जिंदा होते तो यह शब्द सुन भी नहीं पाते। मेरे पिता हिंदी के कवि रहे और उन्होंने हमेशा हिंदी को बढ़ावा दिया है। दरअसल रफीक खान का यह दर्द इसलिए छलक क्योंकि विधानसभा में हंगामे के दौरान पाकिस्तानी-पाकिस्तानी के नारे लगाए गए थे। यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर कांग्रेस में रोष व्याप्त है और कांग्रेस लगातार इसकी निंदा कर रही हैं।
पाकिस्तानी कहने पर छलका विधायक रफीक खान का दर्द
रफीक खान ने कहा कि मैं विधानसभा अध्यक्ष से मिला तो उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री से बात करो। मैं संसदीय कार्य मंत्री से मिला तो उन्होंने कहा कि हम चर्चा नहीं करेंगे। शब्द डिलीट कर देंगे, लेकिन यह शब्द पूरे मीडिया में है। यूट्यूब पर हैं तो क्या वहां से यह शब्द डिलीट हो जाएंगे। रफीक खान ने कहा कि विधायक गोपाल शर्मा ने जिस तरह से मेरे चरित्र का चीर हरण किया वह बर्दाश्त के लायक नहीं है। रफीक खान ने कहा की विधानसभा में चर्चा कर रहे हो तो बातचीत से समाधान होना चाहिए था। आपने चर्चा के दौरान न केवल शब्दों की मर्यादा तोड़ी, जिस तरह मेरे व्यक्तित्व का चीर हरण किया गया। इस तरह के शब्द मेरे लिए इस्तेमाल किए गए , मैं उम्मीद करता हूं यह बात पूरी सरकार सुनेगी और इस बात पर चर्चा करेगी ।
राजस्थान विधानसभा में लगे थे पाकिस्तानी-पाकीस्तानी के नारे
यह मामला तब शुरू हुआ जब राजस्थान विधानसभा में नगरीय विकास और स्वायत्त शासन की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान सदन का माहौल अचानक गरमा गया। कांग्रेस के सचेतक रफीक खान जब अपनी बात रख रहे थे,रफीक खान ने भजनलाल सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को नाकाम बताया। साथ ही उन्होंने एक शेर पढ़ा ‘जो रईस हैं खानदानी मिजाज रखते हैं, नरम अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई नई है‘। तभी भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने उन पर पाकिस्तानी -पाकिस्तानी का नारा लगाया। गोपाल शर्मा के इस बयान पर कांग्रेस विधायकों ने कड़ा ऐतराज जताया, जिससे सदन में तकरीबन दो मिनट तक नोकझोंक होती रही। इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी रोष जताया था।
खान ने कहा- मुस्लिम विधायक होना गुनाह तो पास करवा दो कानून
टीकाराम जूली ने इस मामले को लेकर कहा था की सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा द्वारा कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रफीक खान पर की गई टिप्पणी बेहूदा एवं स्तरहीन है। भाजपा नेताओं में बयानबाजी का स्तर दिनोंदिन गिराने की होड़ लग गई है। इन्हें विधानसभा में बोलने और सड़क पर दिए जाने वाले भाषणों में कोई अन्तर नहीं लगता है। ये भूल जाते हैं कि रफीक खान उस शेखावटी की भूमि से आते हैं जहां सभी धर्मों के लोग सेना में जाकर इस देश के लिए फक्र से अपनी जान देते हैं। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी एवं सदन के नेता भजनलाल शर्मा को इस पर संज्ञान लेकर विधायक पर कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसी टिप्पणियां असहनीय एवं निंदनीय हैं। मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या ऐसे बयानों में क्या उनकी स्वीकारोक्ति है
राजस्थान के उपचुनावों में पार्टीयों के बीच गठबंधन को लेकर पशोपेश ।
जयपुर : उपचुनावों की घोषणा के साथ ही राजस्थान में भी चुनावी रण छिड गया है। सभी 7 सीटो पर नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 13 नवंबर को वोटिंग व 23 नवंबर को उपचुनाव का परिणाम आयेगा। चुनावी घोषणा के साथ ही, राज्य की सभी पार्टियां अपनी अपनी रणनितियो मे जूट गई है। गठबंधन पर भी बैठको का दौर शुरू हो गया है। हालंकि गठबंधन पर सभी पार्टियों के अपने -अपने मत है। राजस्थान में होने वाले 7 सीटो पर उपचुनाव में 4 प्रमुख पार्टिया सामने निकलकर आ रही है - भाजपा, कांग्रेस, BAP और RLP और चारो ही पार्टिया असमजम में दिख रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड का कहना है - कि वो उपचुनाव मे किसी से गठबंधन के लिए आग्रह नही करेगे , लेकिन अगर आगे से कोई निवेदन आता है - तो उसे मना भी नहीं करेंगें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उप-चुनावो को काग्रेस के लिए लिए सभी चुनौती माना , जबकि भाजपा के सभी 7 सीटो पर आश्वस्त दिखे।वहीं काग्रेस ने गठबंधन पर फैसला दिल्ली आलाकमान पर छोड़ा है। आपको बता दे ,लोकसभा चुनाव में राष्टीय पार्टी काग्रेस ने क्षेत्रीय पार्टी BAP से गठबंधन किया था।आदिवासी बेल्ट चौरासी विधानसभा सीट पर BAP जीत सुनिश्चत मान रही है| ऐसे में माना जा रहा था- यदि चौरासी सीट पर दोनो पार्टीयो का गठबंधन हो जाता है, तो यह बीजेपी की साख पर सवाल बन जायेगी। लेकिन कल भारत आदिवासी पार्टी ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का ऐलान करके सभी प्रकार की सुगबुगाहट पर पुरण विराम लगा दिया है। BAP के मोहनलाल रोत का कहना है कि हम किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगें। चौरासी व सलूबर सीट से पार्टी अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। देवली -उनियार सीट पर अभी विचार जारी है। हालंकि मोहनलाल रोत का यह भी कहना है कि- वो गठबंधन नही करेंगे, हाँ यदि काग्रेस समर्थन देती है, तो स्वागत है।
बेनीवाल ने कहा- भाजपा हमारी दुश्मन न०-1
वही दूसरी तरफ RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल का गुरुवार को एक बयान आया है.बेनीवाल ने बताया की BJP उनकी दुश्मन न०-1 है| भाजपा को सभी 7 सीटो पर मात के लिए वह काग्रेस से गठबंधन के लिए तैयार है। लेकिन देवली व खींवसर सीट पर वे अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे | बेनीवाल के अनुसार दो तीन दिन में यह साफ हो जायेगा कि दोनो पार्टियों में अलाइंस होता है कि नहीं। लेकिन अगर काग्रेस, RLP की शर्ते मान कर उनकी दो सीट की डिमांड पूरी कर देती है और सभवतः गठबंधन हो जाता है, तो बीजेपी की जीत की डगर कठिन हो सकती है, हाँ यदि मुकाबला त्रिकोणीय होता है भाजपा की जीत की संभावना अधिक हो जाती है |RLP प्रमुख ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि गठबंधन नहीं होता है ये देवली- उनियारा व खींवसर समेत रामगढ व झुंझुनूं यानि 4 सीटों पर चुनाव लडेंगें । इन सभी , चर्चाओ पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि वे राज्य की सभी 7 सीटो पर चुनाव लड़ने केलिए पूर्णतय तैयार हैं। लेकिन गठबंधन पर निर्णय के लिए दिल्ली में कमेटी बनायी गयी है। आलाकमान जो तय करेगा हमें वह मान्य होगा।
आपको बता दे - दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस सचिन पायलट के समर्थक को टिकट देने की संभावना बतायी जा रही| वही झुंझुनूं विधानसभा सीट पर भाजपा की तरफ से बबलू चौधरी की दावेदारी मानी जा रही है। रामगढ़ सीट पर दिवंगत विधायक जुबेर खान की पत्नी व बेटे को चुनावी मैदान में उतारकर कांग्रेस अपना इमोशल कार्ड खेल सकती है जबकि भाजपा अपने पुराने प्रत्यशी सुखवंत सिंह को टिकट दे सकती है। चौरासी विधानसभा सीट पर BAP का दबदबा है व देवली- उनियारा , खीवंसर सीट पर RLP का वर्चस्व बना हुआ है। ( रिपोर्ट: अनुश्री यादव )
138 बेरोजगारों ने बिना इंटर्नशिप एक साल में 70 लाख का भत्ता फर्जी तरीके से उठाया
सरकारी नौकरी नहीं मिली तो बेरोजगारों ने सरकारी स्कीम को ही कमाई का जरिया बना लिया। राज्य सरकार की ओर से बेरोजगारों को दिए जा रहे भत्ते में जिले में जनवरी 2024 से जनवरी 2025 के बीच 138 बेरोजगारों (73 महिला और 65 पुरुष) ने 70.62 लाख रुपए इंटर्नशिप की फर्जी हाजिरी देकर उठा लिए।
जिला रोजगार कार्यालय से 5244 बेरोजगारों को भत्ता दिया जा रहा
अभी जिला रोजगार कार्यालय से 5244 बेरोजगारों को भत्ता दिया जा रहा है। इनमें से करीब 3 हजार बेरोजगारों की जांच हो चुकी है, 2 हजार की जांच बाकी है। अधिकारियों के अनुसार भत्ता लेने वाले बेरोजगारों ने जिस विभाग से इंटर्नशिप की, वहां गए बिना ही हर माह हाजिरी रजिस्टर की फोटो पोर्टल पर अपलोड कर दी। हाजिरी रजिस्टर के ऑनलाइन वेरीफिकेशन में गड़बड़ी मिली तो टीम ने अलग-अलग विभागों में जाकर आकस्मिक जांच की। टीम को मौके पर न हाजिरी रजिस्टर मिला न बेरोजगार। इससे सामने आया कि बेरोजगारों की ओर से पोर्टल पर फर्जी हाजिरी अपलोड कर विभाग को इंटर्नशिप करना बताते हुए भत्ता उठाया जा रहा था।
हाजिरी का हर माह ऑनलाइन सत्यापन किया जाता है
जिला रोजगार कार्यालय के अधिकारियों की ओर से भत्ता प्राप्त करने वालों की हाजिरी का हर माह ऑनलाइन सत्यापन किया जाता है, लेकिन इस फर्जीवाड़े ने इस दावे की पोल खोल दी है। यानी निगरानी की कमी से योजना में गलत तरह से फायदा ले सकते हैं। बेरोजगार युवाओं की ओर से जिस विभाग में इंटर्नशिप की जा रही है, वहां हाजिरी रजिस्टर पर संबंधित विभाग के अधिकारी के साइन कराने के बाद इसकी फोटो पोर्टल पर अपलोड की जाती है। शुरू के एक दो माह तक तो ऑरिजनल रजिस्टर की फोटो अपलोड करते रहे। बाद में इन्हीं फोटो में कांट-छांट कर महीने का नाम बदलकर पोर्टल पर अपलोड कर भत्ता उठाते रहे। जिला रोजगार कार्यालय के कर्मचारियों को जब हर महीने एक तारीख पर एक ही वार मिला तो शक हुआ। जांच की तो ये फर्जी पाए गए। ऐसे सभी बेरोजगारों की ओर से अपलोड हाजिरी का डाटा एकत्रित किया गया। इसके बाद संबंधित विभाग में आकस्मिक जांच की गई तो गड़बड़ी का खुलासा हुआ।
खाद-बीज दुकानदारों के प्रदर्शन पर किरोड़ी लाल मीणा की चेतावनी
राजस्थान: राजस्थान के श्रीगंगानगर में अमानक बीज तैयार करने वाली प्रोसेसिंग यूनिट्स पर छापेमारी के बीच राजस्थान कृषि विक्रेता संघ ने हड़ताल का ऐलान किया है. मंत्री मीणा ने स्पष्ट किया कि कार्रवाई किसानों के हितों में है और सही काम करने वाली कंपनियों को डरने की जरूरत नहीं हैं. कृषि मंत्री मीना की सीधी कार्रवाई के बाद कृषि विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. लेकिन विभागीय स्तर पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। विभाग अभी तक यह तय नहीं कर पाया है कि खाद-बीज की कंपनियों की ओर से बरती जा रही अनियमितिता के लिए कौन जिम्मेदार है. कृषि विभाग के पास मुख्यालय से लेकर जिला स्तर तक शिकायतों के निवारण और फील्ड कार्रवाई के लिए जिम्मेदारी तय है. लेकिन उसका निर्वहन सही तरीके से नहीं करने के कारण मंत्री को फील्ड में उतरना पड़ा. किशनगढ़ क्षेत्र की फैक्टरियों में खाद निर्माण में मार्बल स्लरी आदि मिलाकर नकली खाद बनाने की शिकायतें विभाग के अधिकारियों के पास भी पहुंची थी. लेकिन विभाग के अधिकारियों ने उन शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया. विरोध करना लोकतांत्रिक अधिकार
मंत्री मीणा ने स्पष्ट किया है कि विरोध करना लोकतांत्रिक अधिकार हो सकता है, लेकिन इस अभियान को लेकर भ्रम फैलाना एक अपराध है. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई कृषि विभाग की गाइडलाइन के अनुरूप गुण नियंत्रण अभियान” का हिस्सा है, जिसका मकसद किसानों के हितों की रक्षा करना और घटिया बीज के काले कारोबार पर रोक लगाना है.मंत्री ने कहा कि जो प्रोसेसिंग यूनिट सरकार की तय गाइडलाइन और नियमों के अनुसार उत्कृष्ट बीज तैयार कर रही हैं, उन्हें इस अभियान के पक्ष में खड़ा होना चाहिए, विरोध करने की कोई आवश्यकता नहीं है. सही काम कर रही कंपनियों को डरने की जरूरत नहीं है. मैं, विभाग और सरकार उनके साथ खड़े हैं.
सख्त कार्रवाई होगीडॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने स्पष्ट कहा है कि प्रदेश में जो बीज निर्माता कंपनियां अमानक बीज तैयार कर रही हैं, उन कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. डॉ. मीणा ने कहा कि बीज निर्माता यूनिट में मूल जर्म प्लाज्म से संबंधित बीज का स्रोत, बीज उगाने से कटाई तक की निरीक्षण रिपोर्ट, बीज का मल्टीप्लेशन/उगाने वाले किसानों की सूची, बीज के कट्टों पर बुकरम पर्ची की सूचना सहित कई चीजों का रिकॉर्ड नहीं है. मीणा ने कहा कि वह किसान का बेटे हैं और यह बर्दाश्त नहीं कर सकते कि अमानक (नकली) बीज बेचकर किसानों को ठगा जाए। ऐसा करने वालों को स्पष्ट चेतावनी है कि इस काले कारोबार को तुरंत बंद कर दें. उन्होंने विक्रेता संघ से अपील करते हुए कहा कि गलत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई में सहयोग करें.
राजस्थान में वंदे गंगा जल जीवन जन अभियान की शुरुआत
रामगढ़ बांध: जयपुर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत के साथ जयपुर के जमवारामगढ़ में रामगढ़ बांध जीर्णोद्धार समारोह के दौरान श्रमदान कर वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान का शुभारम्भ किया। सीएम भजनलाल शर्मा ने जल की महत्ता बताते हुए कहा कि जल का कोई विकल्प नहीं है, इस अवधारणा को जीवन में उतारना होगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सबसे पहले पानी की आवश्यकता है और राजस्थान से ज्यादा पानी की कीमत कोई दूसरा जानता भी नहीं है। ऐसे में प्रदेश को पानी के मामले में आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा। रामगढ़ बांध के लिए एक-एक बूंद अमृत बनकर सुखदायी परिणाम लाएगी। उन्होंने रामगढ़ बांध में पानी आने का प्रमुख स्रोत बाणगंगा नदी के पौराणिक महत्व का भी जिक्र किया।
स्थानीय लोगों में नई उम्मीद
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बचपन में यह बांध पानी से लबालब रहता था. इसके पानी से खेत हरे-भरे रहते थे. लेकिन बड़े फार्महाउस और भूमाफियाओं के अतिक्रमण ने बांध के बहाव क्षेत्र को बर्बाद कर दिया. अब सरकार के इस अभियान से लोगों में उम्मीद जगी है. ग्रामीणों का मानना है कि बांध के पुनर्जनन से न केवल किसानों को फायदा होगा, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
जनप्रतिनिधि बनाएं जलस्रोत जीर्णोद्धार की योजनामुख्यमंत्री शर्मा ने जल संरक्षण कार्य को आगे बढ़ाने का संकल्प दिखाते हुए जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अपने जलस्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए योजना तैयार करें, यह जन कल्याण का कार्य है। उन्होंने प्रधानमंत्री के स्वच्छता, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि ये जन-जन का अभियान बन गए हैं। इसी तरह हर गांव-ढाणी में जल संरक्षण के कार्य को आगे बढ़ाकर राजस्थान को आगे ले जाना है।