ऊर्जा मंत्री का बड़ा बयान, विकास से चुनाव जीतने पर कहां यह आपकी गलतफहमी
चुनाव के समय अक्सर नेता जी क्षेत्र में किए गए विकास की लम्बी चौड़ी लिस्ट लेकर हर घर पहुंचते हैं और वोट मांगते हैं। इसके बाद आमजन से इसी तरह निरंतर विकास करने का वादा करते हुए अपने पक्ष में मतदान करने की अपील करते हैं। लेकिन यह सिर्फ चुनाव तक ही सीमित रहता है। और उसके बाद नेताजी की विचारधारा ही बदल जाती है। जी विकास के दम पर नेताजी वोट मांगते हैं। उसे खुद नेताजी ही गलतफेमी मानने लगते हैं।
विकास के नाम पर नहीं जीता जाता है चुनाव
इस विडियो में नेताजी खुद कह रहे हैं की। कोई विकास कराकर चुनाव जीतता है यह गलतफहमी है। दरअसल राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरा लाल नागर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जब से यह वीडियो सामने आया है उसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर सीमलिया गांव में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे जहां वह भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र भी दिया। मंत्री हीरालाल नागर ने कहा की यह सबसे बड़ी गलतफहमी है कि विकास करने से चुनाव जीते जाते हैं। यदि विकास करके आपने लोगों से संपर्क छोड़ दिया तो यह पक्का है कि आप चुनाव हार जाओगे।
चुनाव जीतने के लिए लोगों से राम राम करना है जरूरी
मंत्री जी ने तो यहां तक कह दिया कि आप विकास मत करो। लेकिन गांवों में संपर्क करते रहो। और लोगों से मेल जोल जारी रखो। किसी की हरि बीमारी हो तो आप मदद के लिए जरूर पहुंचे। इससे आप 100 प्रतिशत है कि चुनाव जीतोगे। इस वीडियो के सामने आते ही राजनीतिक गलियारों में सुर्खियां बटोर रहा है।
राम राम करने से होगी 100 प्रतिशत जीत पक्की
ऊर्जा मंत्री ने कहा- विकास की योजनाओं का आप सबको ध्यान है। मै एक बात कहना चाहता हूं। कोई यूं कह दे कि विकास करने से चुनाव जीता हूं। ये भूल मत करना। विकास करने से कोई चुनाव नही जीतता। ये बहुत गलतफहमी है कि हमने विकास कर दिया, उस गांव में जाना ही मत। ऐसा है तो पक्का है आप चुनाव हारोगे। राम राम करते रहो और चुनाव जीतते जाओगे।
इस वीडियो के सामने आने के बाद इसे जमकर वायरल किया जा रहा है। इसके साथ कई कमेंट भी किए गए हैं।
एक ने लिखा है मंत्री महोदय के कॉन्सेप्ट बिल्कुल क्लियर हैं। विकास करने से कोई चुनाव नहीं जीत सकता। विकास के नाम पर चुनाव होते भी तो नहीं हैं। विचारों में ऐसी ही क्लेरिटी चाहिए। तो एक ने कमेंट करते हुए लिखा है इसे कहते हैं नेताजी। अगर चुनाव विकास के नाम पर ही जीते जाते तो कई नेताजी चुनाव नहीं हारते।