राजस्थान उपचुनाव को लेकर फलोदी सट्टा बाजार ने की बड़ी भविष्यवाणी

राजस्थान उपचुनाव को लेकर फलोदी सट्टा बाजार ने की बड़ी भविष्यवाणी

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राजस्थान उपचुनाव को लेकर फलोदी सट्टा बाजार की भविष्यवाणी 

राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर वोटिंग हो चुकी है। राजस्थान में 7 सीटों पर उपचुनाव हुआ है जिसमें देवली उनियारा, दौसा, खींवसर, चौरासी, झुंझुनूं, सलूंबर और रामगढ़ सीट शामिल हैं। इन सीटों पर 13 नवंबर को मतदान हो चुका है। उप चुनाव का नतीजा 23 नवंबर को आएगा। इसी बीच में राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार ने चुनाव को लेकर अपना अनुमान पेश कर दिया है। 

राजस्थान उपचुनाव को लेकर फलोदी सट्टा बाजार का अनुमान 
आपको बता दें की राजस्थान के उपचुनाव में कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। कई दिग्गज नेताओं का राजनीतिक भविष्य उपचुनाव के परिणाम पर टिका हुआ है। इन उपचुनावों में कई बड़े नेताओं की राजनीतिक प्रतिष्ठा दांव पर है, जिनमें नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल, झुंझुनूं के सांसद बृजेंद्र ओला, सवाई माधोपुर के सांसद हरीश चंद्र मीणा, और पूर्व राज्यसभा सांसद व मंत्री किरोड़ी लाल मीणा शामिल हैं।
राजस्थान में 7 सीटों पर हुए उपचुनाव में कई दिग्गजों की साख दांव पर लगी है। हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल ने खींवसर से उपचुनाव लड़ा, बेनीवाल खुद नागौर से सांसद हैं। हनुमान के सामने अपना गढ़ बचाने की चुनौती थी। भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे चुके किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा ने भाजपा की टिकट पर दौसा से चुनाव लड़ा। इस सीट पर किरोड़ी मीणा की प्रतिष्ठा दांव पर है। झुंझुनूं से सांसद बृजेंद्र ओला के बेटे अमित ओला ने चुनाव लड़ा। ओला परिवार की तीसरी पीढ़ी चुनावी मैदान में है। इसी सीट से पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा भी चुनावी मैदान में हैं। 
उपचुनाव के नतीजे सरकार के कामकाज पर मुहर लगाएंगे। भाजपा के पास 7 में से मात्र एक सीट थी। सलूंबर से भाजपा विधायक अमृतलाल मीणा के निधन के बाद उनकी पत्नी शांता को पार्टी ने चुनाव लड़ाया है।‌ बाकी 6 सीटों पर भाजपा के पास खोने के लिए कुछ नहीं है। लेकिन भाजपा को जीतने उम्मीद जरूर है। यदि सत्ताधारी दल अधिक संख्या में सीटें जीतता है तो ये विपक्ष के लिए चिंता का कारण बन सकता है।

फलोदी सट्टा बाजार ने राजस्थान में किसको दिलाई जीत 
फलोदी सट्टा बाजार के अनुसार सातों सीटों पर भाजपा का कब्जा हो सकता है। एक सीट ऐसी भी हैं जीस पर परिणाम कुछ भी हो सकता है। सटोरियों के अनुमान की वास्तविकता 23 नवंबर को ही स्पष्ट हो पाएगी। आपको बता दे हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में फलोदी सट्टा बाजार का अनुमान गलत साबित हुआ था। सट्टा बाजार ने कांग्रेस की संभावित जीत की भविष्यवाणी की थी। लेकिन नतीजा कुछ और ही निकला और भाजपा ने फिर से वापसी की।