राजघरानों की विरासत की लड़ाई में उलझा राजस्थान

उदयपुर के बाद अब बीकानेर राजघराने में प्रॉपर्टी विवाद , बुआ राज्यश्री का भतीजी सिद्ध पर पलटवार

udaipur royal family

 जयपुर:  बीकानेर के पूर्व राजपरिवार में प्रॉपर्टी विवाद अब पुलिस थाने तक पहुंच गया है| अरबों की संपत्ति और ट्रस्ट को लेकर पूर्व महाराजा करणी सिंह की बेटी राज्यश्री कुमारी और पोती  सिद्धि कुमारी दोनो आमने-सामने हैं | दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ बीछवाल पुलिस थाने में FIR  दर्ज कराई है| दरअसल, बीकानेर के पूर्व राजघराने के पास अरबों रुपए की संपत्ति है | इसमें लालगढ़ पैलेस, लक्ष्मी निवास पैलेस, जूनागढ़ शामिल हैं | इन तीनों की वर्तमान में बाजार में कीमत अरबों रुपए में आंकी जा रही है , इन्हीं पर अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए महाराजा करणी सिंह की बेटी और अंतरराष्ट्रीय शूटर राज्यश्री कुमारी और करणी सिंह के बेटे नरेंद्र सिंह की बेटी सिद्धि कुमारी के बीच विवाद हुआ है | दोनों इन पर अपने-अपने ट्रस्ट का अधिकार जता रही हैं | आपको बता दे , महाराजा करणी सिंह के समय और इसके बाद कुछ ट्रस्ट गठित किए गए | इनमें महाराजा गंगा सिंह ट्रस्ट, महाराजा राय सिंह ट्रस्ट, करणी सिंह फाउंडेशन, करणी चेरिटेबल ट्रस्ट व महारानी सुशीला कुमारी ट्रस्ट का गठन किया गया| इन पांचों ट्रस्ट को पहले करणी सिंह की बेटी राज्यश्री कुमारी ही देखती थीं|  महाराजा करणी सिंह ने राज्यश्री को कुछ अधिकार दिए थे ,जिसके बाद अधिकांश ट्रस्ट में वो ही सर्वेसर्वा रहीं हालंकि विरासत पर परिवार के आपसी मनमुटाव के बाद  पूर्व महाराजा करणी सिंह की पत्नी राजमाता सुशीला कुमारी ने ट्रस्ट के संचालन का जिम्मा खुद उठा लिया था , लेकिन राजमाता निधन के बाद बुआ राज्यश्री और भतीजी सिद्धि कुमारी के बीच विवाद ज्यादा बढ़ गया| 

दरअसल, देवस्थान विभाग के एक आदेश से यह विवाद और बढ़ा गया| इस आदेश में देवस्थान विभाग के उदयपुर मुख्यालय ने सिद्धि कुमारी को ट्रस्ट का अधिकार दे दिया , राज्यश्री ने इसी आदेश को लेकर अदालत में वाद दायर कर दिया , वहीं सिद्धि कुमारी ने इस बीच पूरे ट्रस्ट की कार्यप्रणाली को ही बदल दिया जिससे की अब सभी पांच ट्रस्ट विवादित हो गए | इन ट्रस्टों पर राज्यश्री का अपना दावा है, वहीं सिद्धि कुमारी का अपना दावा है | दोनों ने अपने-अपने समर्थकों को इसमें शामिल किया है |

विधायक सिद्धि कुमारी पर धोखाधड़ी का आरोप

इस मनमुटाव के बाद अब बीछवाल थाने में 2 FIR दर्ज हुई हैं , इसमें एक FIR सिद्धि कुमारी के खिलाफ हुई है_ जो राज्यश्री कुमारी या उनके किसी ट्रस्ट सदस्य ने नहीं कराई है बल्कि ये FIR लक्ष्मी निवास होटल को संचालित करने वाले मैसर्स गोल्डन ट्राइंगल फोर्ट्स एंड पैलेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के राजीव मिश्रा ने दर्ज कराई , मिश्रा का आरोप है कि सिद्धि कुमारी उन्हें होटल संचालित करने में अड़चन पैदा कर रही हैं |  FIR में कहा गया है कि सिद्धि कुमारी के पिता नरेंद्र सिंह ने उनकी फर्म के साथ 19-19 साल की तीन लीज डीड पर 15 जून 1999 को हस्ताक्षर किए थे | 57 साल के लिए हुई इस लीज के बदले उन्हें भुगतान किया गया| इसके बाद भी विधायक सिद्धि कुमारी और उनकी बहन महिमा कुमारी पैलेस से बेदखल करने का डर दिखाकर उनसे  4 करोड़ रुपए वसूल लिए  लेकिन बाद में लीज भी आगे नहीं बड़ाई और रुपए भी वापस नहीं लौटाये|


सिद्धी कुमारी के ट्रस्ट से जुड़े कोषाध्यक्ष संजय शर्मा ने राज्यश्री के खिलाफ दर्ज करवाई FIR

उधर दूसरी तरफ , सिद्धि कुमारी से जुड़े ट्रस्ट में कोषाध्यक्ष की हैसियत से संजय शर्मा ने बीछवाल थाने में मामला दर्ज कराया है | पुलिस के अनुसार महाराजा गंगा सिंह ट्रस्ट, करणी चैरिटेबल फंड्स ट्रस्ट, करणी सिंह फउंडेशन ट्रस्ट और महारानी श्री सुशीला कुमारीजी रिलीजियस एंड चैरिटेबल ट्रस्ट में स्वयं को ट्रस्टी और कोषाध्यक्ष बताते हुए संजय शर्मा ने FIR दी है | इसमें आरोप है कि देवस्थान विभाग ने राजस्थान पब्लिक ट्रस्ट के प्रावधानों के तहत नए बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज का नाम संशोधित कर दिया , इसके बाद जब 29 मई 2024 को चार्ज लिया तो पता चला कि सामान खुर्द-बुर्द कर दिया गया है | इस FIR में राज्यश्री कुमारी, मधुलिका कुमारी के साथ ही वहां काम करने वाले हनुवंत सिंह, गोविन्द सिंह ओर राजेश पुरोहित नाम भी दर्ज है |  


अपनी राजनीतिक पावर का गलत इस्तेमाल कर रही है सिद्धी : राज्यश्री

दरअसल, सभी ट्रस्ट पूर्व राजघराने की संपति पर मलिकाना हक जताते हैं | जो इन ट्रस्ट पर अधिकृत तौर पर काबिज होगा, वो ही इन संपत्तियों का संचालन भी करेगा |  ऐसे में लालगढ़, लक्ष्मी निवास और जूनागढ़ पर अधिकार की ये लड़ाई पुलिस थाने तक पहुंच गई है | केस फाइल होने के बाद अब राज्यश्री कुमारी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है | उन्होंने खुद के ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया है और कहा कि सिद्धि कुमारी अपनी राजनीतिक पावर का गलत इस्तेमाल कर रही हैं | हमें परेशान किया जा रहा है , राज्यश्री ने आगे कहा कि यह FIR बौखलाहट में की गई करवाई है | हालंकि विधायक सिद्धी कुमारी की तरफ से अपने पक्ष में अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है | राजघराने के आरोप  प्रत्यारोप की ये लड़ाई अब राज्य में खूब सुर्खियां में है |

[ रिपोर्ट : अनुश्री यादव ]