बाजरे की एमएसपी खरीद को लेकर कांग्रेस नेताओं ने साधा भाजपा पर निशाना, कहा किसानों के साथ सरकार का यह

बाजरे की एमएसपी खरीद पर बवाल, गहलोत ने कहा जुमला बन गई मोदी की गारंटी?

ashok ghelot

 

बाजरे के समर्थन मूल्य पर खरीद के मुद्दे को लेकर एक बार फिर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। इस साल भी सरकार द्वारा किसानों से समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद नहीं करने के मुद्दे पर कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश की भजनलाल सरकार को आड़े हाथों लिया है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बाजरे की समर्थन मूल्य पर खरीदारी को लेकर बयान में सरकार की खिंचाई की है। दरअसल, राजस्थान बाजरे का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। विधानसभा चुनाव के अपने घोषणा पत्र में भाजपा ने बाजरे की समर्थन मूल्य पर खरीद का वादा किया था। केंद्र सरकार ने बाजरे का समर्थन मूल्य 2,625 रुपए तय कर दिया है। हालांकि, प्रदेश की भाजपा सरकार ने विधानसभा में एक सवाल के जवाब में कहा है कि प्रदेश में समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद नहीं की जाएगी। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोटे अनाज को श्रीअन्न के रूप में प्रचारित कर रहे हैं।

एमएसपी खरीद को लेकर गहलोत ने कहा जुमला बन गई मोदी की गारंटी?
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा की भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में पेज संख्या 20 पर वादा किया था कि राजस्थान में भाजपा की सरकार आने पर ज्वार एवं बाजरा की खरीद MSP पर की जाएगी। परन्तु विधानसभा में एक सवाल के जवाब में स्पष्ट किया है कि राजस्थान सरकार बाजरे की MSP पर खरीद नहीं करेगी। भाजपा सरकार किसानों को 12,000 रुपये प्रतिवर्ष किसान सम्मान निधि देने, गेहूं की खरीद 2700 रु प्रति क्विंटल पर करने जैसे वादों से पहले ही मुकर चुकी है। इसी कड़ी में अब किसानों के साथ धोखाधड़ी करते हुए बाजरे की MSP पर खरीद के झूठ का पर्दाफाश हुआ है। अशोक गहलोत ने कहा की विधानसभा चुनाव से पहले हर भाषण में प्रधानमंत्री जी एवं पूरी भाजपा "मोदी की गारंटी" बोलते थे पर अब ये गारंटी केवल जुमला साबित हो रही है। क्योंकि न ये सरकार हमारी योजनाओं को चालू रख पा रही है और न ही अपने वादे पूरे कर पा रही है।

डोटासरा ने कहा किसानों के अधिकारों को छीनना भाजपा सरकारों की अघोषित नीति
वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा की किसानों को 'झटका' देना, प्रताड़ित करना एवं उनके अधिकारों को छीनना भाजपा सरकारों की अघोषित नीति रही है। राजस्थान में सत्ता में आने से पहले भाजपा ने MSP पर बाजरा खरीद का वादा किया था लेकिन अब वादाखिलाफी करके उन्हें धोखा दे रही है। भाजपा का दोहरा मापदंड देखिए.. एक तरफ केंद्र सरकार श्रीअन्न योजना में मोटे अनाज को बढ़ावा देने का दावा कर रही है जबकि दूसरी ओर राज्य की भाजपा सरकार बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने से इनकार कर रही है। डोटासरा ने कहा की केंद्रीय कृषि मंत्री कहते हैं कि वो राज्य सरकार की मंशा पर उनके सहयोग से खरीद की व्यवस्था करते हैं, तो फिर बाजरा का MSP देने से डबल इंजन की सरकार को कौन रोक रहा है? राजस्थान बाजरे का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है लेकिन फिर भी प्रदेश में बाजरे की खरीद MSP पर नहीं होना किसानों से कुठाराघात है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा राजस्थान के किसानों के साथ भाजपा सरकार का यह क्रूर मजाक
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा की राजस्थान के किसानों के साथ भाजपा सरकार का यह क्रूर मजाक अब और सहन नहीं किया जाएगा! केंद्र सरकार द्वारा बाजरे का समर्थन मूल्य 2625 रुपए तय करने के बावजूद भाजपा सरकार ने बाजरे की एमएसपी पर खरीद से इंकार कर दिया है। यह कदम केवल किसानों के अधिकारों पर हमला नहीं है, बल्कि उनकी मेहनत और संघर्ष का अपमान भी है। भाजपा सरकार का यह निर्णय स्पष्ट रूप से दिखाता है कि वह किसानों के प्रति कितनी उदासीन और संवेदनहीन है। 'योजनाओं में डिमांड नगण्य' का बहाना देकर सरकार ने प्रदेश के लाखों किसानों को उनके हक से वंचित कर दिया है। 2023-24 में बाजरे की खरीद में 42 प्रतिशत की गिरावट यह साबित करती है कि भाजपा सरकार किसानों को बर्बाद करने की सोची-समझी साजिश रच रही है। यह सरकार सिर्फ पूंजीपतियों के हितों को साधने में लगी है, जबकि हमारे किसान कर्ज, उपेक्षा और आत्महत्या के दलदल में धकेले जा रहे हैं। यह स्पष्ट है कि भाजपा सरकार को न तो किसानों के दर्द की परवाह है और न ही उनकी आजीविका की। टीकाराम जूली ने भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उन्होंने तुरंत एमएसपी पर बाजरे की खरीद सुनिश्चित नहीं की, तो यह प्रदेश के किसान अपनी आवाज़ बुलंद करने के लिए सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेंगे। किसान विरोधी नीतियों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसानों की लड़ाई केवल उनकी फसल के दाम की नहीं, बल्कि उनकी सम्मान और अस्तित्व की लड़ाई है। मैं इस अन्याय के खिलाफ हर किसान के साथ मजबूती से खड़ा हूं और भाजपा सरकार से यह साफ कहना चाहता हुं किसानों की अनदेखी का हर जवाब आपको देना होगा।