नरेश मीणा के समर्थक राजस्थान की सड़कें करेंगे जाम, महापंचायत में किया आंदोलन का ऐलान 

नरेश मीणा जल्द होंगे जेल से बाहर! राजस्थान की सड़कें होंगी जाम

naresh meena

 

 

 

भजनलाल सरकार को नरेश मीणा के समर्थकों की चेतावनी

राजस्थान में उपचुनाव के दौरान थप्पड़ कांड के बाद नरेश मीणा ने राजस्थान की सियासत में हलचल मचा दी थी। इस थप्पड़ कांड के बाद राजस्थान की रियासत में सियासी पारा उबाल मारने लगा था। थप्पड़ कांड के बाद नरेश मीणा जेल में बंद हो गए थे। नरेश मीणा कब जेल से छूटेंगे? यह पहेली अब तक नहीं सुलझ पाई है। घटना के कई दिन बीते जाने के बाद भी नरेश मीणा अभी भी टोंक जेल में बंद है। इस मामले में नरेश मीणा सहित 63 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इनमें से चार नाबालिग बच्चों की जमानत हो चुकी है, लेकिन नरेश मीणा सहित अन्य लोगों को अभी तक जमानत नहीं मिल पाई है। नरेश मीणा को जेल से रिहा करने की मांग जोर पकड़ने लगी है। नरेश मीणा के समर्थकों ने भजनलाल सरकार को खुली चेतावनीदे दे दी है।

नरेश मीणा की रिहाई के लिए उठने लगी मांग 
नरेश मीणा ने उनियारा एसीजेएम कोर्ट में अपनी जमानत के लिए याचिका दायर की, लेकिन कोर्ट ने नरेश मीणा की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। इसको लेकर अब लोगों में चर्चा है कि आखिर नरेश को कब तक जमानत मिलेगी? वहीं दूसरी ओर नरेश मीणा के समर्थन में युवाओं ने हूंकार भर दी है। युवाओं ने राजस्थान सरकार को एक स्वर में चेतावनी दी है। यदि नरेश मीणा को रिहा नहीं किया जाता है तो प्रदेश के सभी युवा राजस्थान की सड़कों पर नजर आएंगे।

नरेश मीणा के समर्थकों ने दी सरकार को खुली चेतावनी
आपको बता दें नरेश मीणा की रिहाई की मांग को लेकर महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल शामिल हुए। इस दौरान बड़ी संख्या में आए युवाओं ने साफ-साफ कह दिया कि यदि नरेश मीणा के साथ इंसाफ नहीं हुआ तो जल्द ही राजस्थान में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। प्रहलाद गुंजल ने कहा कि जनता की मांग है कि 15 तारीख तक नरेश मीणा एवं उनके साथियों को इंसाफ दिया जाए। नहीं तो युवा वर्ग 17 तारीख से राजस्थान की सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएगा। 

नरेश मीणा के समर्थकों ने महापंचायत में किया आंदोलन का ऐलान
प्रहलाद गुंजल ने कहा मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री समरावता कांड को लेकर कुछ तो बोले और जो युवा जेलों में बंद हैं, उनकी और उनके परिवार की पीड़ा को समझें। उन्होंने कहा कि समरावता में हुआ अत्याचार अंग्रेजी राज की यादें ताजा करता है। एक पेड़ मां के नाम और राइजिंग राजस्थान की तस्वीर समरावता की मां की पीठों पर छप रही है। भाजपा लाडली बहन योजना का दम भर रही है और समरावता की बहनें अपने बेगुनाह भाइयों के लिए दहाड़े मार-मार कर न्याय मांग रही है।समरावता में प्रशासन ने वह कार्य किया है जो जलियावाला बाग में भी नहीं हो पाया था। ऐसे में सरकार के प्रति सभी लोगों की नाराजगी है। साथ ही महापंचायत से जल्द ही इस मामले को लेकर कार्रवाई की मांग करता है। इस अवसर पर पूर्व आईएएस टीकाराम मीणा ने चुनाव के दौरान अधिकारियों एवं पुलिस प्रशासन से की गई गलतियों के बारे में युवाओं को बताया गया।
यह बवाल तब शुरू हुआ जब उपचुनाव में वोटिंग के दौरान नरेश मीणा द्वारा SDM अमित कुमार चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया था। जिसके बाद नरेश मीणा को गिरफ्तार कर जयपुर लाया गया। वहीं SDM अमित कुमार चौधरी ने नरेश मीणा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई। पुलिस ने नरेश के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित 10 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इनमें से 8 धाराएं नए बीएनएस कानून व 2 पूर्व के आईपीसी कानून के तहत जोड़ी गई हैं।