भारतीय जनता पार्टी की ओर से अल्पसंख्यकों को साधने के लिए नया अभियान चलाया जा रहा है जिसका नाम सौगात-ए-मोदी है। इस अभियान के तहत पार्टी के कार्यकर्ता राजस्थान की 200 विधानसभा में मुस्लिम समुदाय के बीच जाकर ईद मनाने के लिए विशेष किट का वितरण करेंगे। इस योजना की शुरुआत दिल्ली से की गई है जिसके तहत अब राजस्थान में भी मुस्लिम परिवारों को किट का वितरण किया जाएगा। इस योजना की शुरुआत के बाद विपक्षी नेताओं ने सरकार पर हमला कर निशाना साधा है। कांग्रेस के नेताओं ने इस अभियान को दिखावा बताया है। सौगात-ए-मोदी पर महाभारत छिड़ी हुई है, कोई इसे मुसलमानों के साथ छल बता रहा है तो कोई इसे चुनावी दांव बता रहा है। हालांकि भाजपा नेताओं की ओर से इसे जरूरतमंदों के लिए की गई एक पहल बताया जा रहा है। ईद का चांद दिखने से पहले जयपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में एक लाख से ज्यादा राशन किट गरीब मुसलमान परिवारों के घरों तक पहुंचा दिए जाएंगे।
ईद पर लाखों मुस्लिम परिवारों को `सौगात-ए-मोदी
प्रदेश की सभी 200 विधानसभाओं में करीब 1 लाख 786 जरूरतमंद बहनों को यह किट वितरित की जाएंगी। सौगात ए मोदी किट में खाद्य सामग्री में आटा, दाल, चावल, तेल के अलावा कपड़े, सेवईं, खजूर, मेवे और चीनी शामिल होंगे। महिलाओं की किट में सूट का कपड़ा है। पुरुषों की किट में कुर्ता-पायजामा है। हर किट की कीमत करीब 500 से 600 रुपये बताई जा रही है। यह अभियान गरीब और जरूरतमंद अल्पसंख्यक परिजनों को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ समाज के विभिन्न वर्गों तक अपनी पहुंच बढ़ाने का भी एक प्रयास माना जा रहा है। प्रत्येक पदाधिकारी एक मस्जिद कमेटी के सहयोग से 100 जरूरतमंद व्यक्तियों को चिह्नित कर उन तक 'सौगात - ए - मोदी' किट उपहार स्वरूप पहुंचाने का काम करेंगे। भाजपा नेताओं ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'सबका साथ, सबका विकास और सबका कल्याण' की अवधारणा पर कार्य किया है। इसी के तहत ईद जैसे महापर्व पर मुस्लिम समुदाय की जरूरतमंद बहनों के लिए "सौगात-ए-मोदी" किट के वितरण की घोषणा से समुदाय में खुशी का माहौल है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी राजस्थान के विकास में सभी समाज, समुदाय और वर्गों को साथ लेकर चल रहे हैं
सौगात-ए- मोदी` पर कांग्रेस ने कसा तंज, बताया दिखावा
बीजेपी ने सौगात-ए-मोदी की शुरुआत दिल्ली से की है, मगर इसकी सबसे ज्यादा चर्चा बिहार में है। क्योंकि बिहार में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं और विपक्ष आरोप लगा रहा है कि मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने के लिए बीजेपी ने ये दांव चला है। हालांकि, विपक्ष के नेता ये भी कहते हैं कि ऐसी सौगातों से बीजेपी को बिहार में कोई फायदा नहीं मिलने वाला। जबकि बीजेपी का कहना है कि गरीब अल्पसंख्यक भी खुशी से अपना पर्व मनाएं इस लिए ये योजना चलाई गई है। हालांकि राजस्थान में भी कांग्रेस नेताओं ने इसे दिखावे की राजनीति बताया है।